Rajani katare

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डायरी ---- भाग - 10 हलचल ए सितंबर

लेखनी डायरी चैलेंज
विषय- सितम्बर
शीर्षक- "हलचल ए सितम्बर"

माह सितम्बर हिन्दी में भादौं का महिना...
सावन से जो त्यौहारों का सिलसिला शुरु होता 
है सो फागुन (मार्च) तक चलता रहता है...
सबसे बड़ी बात जो हमें जीने की राह दिखाए,
जीवन हमारा सफल बनाए वो है गुरु, शिक्षक,
5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है...
गुरु पूज्यनीय हैं,कहते हैं....

"गुरु गोविंद दोऊ खड़े, काके लागूं पाय,
बलिहारी गुरु आपकी, गोविंद दियो बताए।"

गुरु से ही पूछना पड़ रहा है- पहले किसके पाँव 
पड़ूं...? गुरु ही तो राह बताता है....

अपने गुरु का आदर सम्मान करना चाहिए,
माँ हमारी सर्व प्रथम गुरु है, सबसे पहले माँ
हमें दुनिया में लाई, अच्छे संस्कार दिए....
माँ के चरणों में तो जन्नत है....

8 तारीख को बाबू की दूज पड़ती है, इस दिन
हमारे यहां ओरों के यहां भी कुलदेवता की पूजा
करी जाती है... वंश, बांस की पत्तियों की पूजा करते हैं... कच्चा पक्का दोनों प्रकार का भोजन बनाया जाता है-सब बांस की टोकरी में रखते हैं,
इसे कुड़वारा भरना कहते हैं- चने की दाल, कढ़ी चावल, रोटी, पापड़, दहीबड़े, भजिए, गुलगुले, घी-शक्कर, सभी का भोग लगाकर सिर्फ परिवार, कुटुम्ब के ही खाते हैं.....

दूसरे दिन हरतालिका तीज होती है जो कन्याएं 
और सुहागन महिलाएं सुहाग के लिए निर्जला उपवास रखतीं हैं पूरी रात चार पहर की पूजा
करती हैं.....
फिर गणेश चतुर्थी पर गणपति जी घरों में, 
पंडालों में विराजते हैं...... 
फिर ऋषि पंचमी, संतान सातें, का त्यौहार होता 
है, डोल ग्यारस और अन्नंत चौदस के दिन गणेश
जी का विसर्जन होता है......

दूसरे दिन से ही श्राद्ध पक्ष महालय प्रारम्भ हो
जाते हैं इस बीच कोई शुभ कार्य नहीं करे जाते,
पितृदोष के लिए, पितृों की आवभगत करी जाती
है ये पन्द्रह दिन तक रहते हैं....

पर हाँ इस बीच भी एक दिन ऐसा जो खुला हुआ है...महालक्ष्मी पूजन अष्टमी तिथि को करते हैं माँ
लक्ष्मी की कृपा- कौरव पाण्डवों के यहां ये पूजा करी गयी थी, माता कुंती के लिए अर्जुन ने पूजा 
के लिए स्वर्ग से इन्द्र देवता का ऐरावत (जिस पर महालक्ष्मी सहित) बांणो की राह बना कर धरा पर बुलाया था.....

उसके बाद सर्व पितृमोक्ष अमावस्या के दिन पितृों को अच्छे से बिदा करा जाता है.....
कहा भी जाता है पितृों का आशीर्वाद है, पुरखों
के पुण्य आड़े आते हैं...।

इस माह में अब सभी लोग इधर-उधर आने जाने लगे हैं, काफी हद तक कोरोना का खौफ कम हो गया है.....

इसी माह में 8 तारीख को अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस, और 27 तारीख को पर्यटन दिवस भी मनाया जाता है.......

यह महिना इस लिए भी खास है 14 तारीख को हिन्दी दिवस मनाया जाता है......
जो हमारी मातृभाषा है हमारा मान सम्मान है जो
हमारी पहचान है......
🇮🇳 जय हिन्द 🇮🇳 
🇮🇳 जय भारत 🇮🇳


🙏🌹जय श्री कृष्णा🌹🙏

       --: रजनी कटारे:--
          जबलपुर म.प्र.

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